मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मतदान प्रतिशत बढाने के लिए चयनित जिलों के निगम आयुक्तों और चुनाव अधिकारियों को मतदान केन्द्र वार कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग कार्यनीतियां बनाने को कहा है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने आज नई दिल्ली में उन ग्यारह राज्यों के निगमायुक्त और चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक की, जहां पिछले चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी कम रही थी। बैठक का उद्देश्य 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढाना है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने अधिकारियों को इस प्रकार काम करने का निर्देश दिया है जिससे मतदाता लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी से गौरवान्वित महसूस करें। उन्होंने ऐसे प्रयासों की अपील की जिसमें लोग मतदान के लिए स्वयं प्रेरित हों। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में कम मतदान वाले 215 ग्रामीण और 51 शहरी संसदीय क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां मतदाताओं की भागीदारी बढाने के प्रयास किये जाएंगे। इसके लिए उन्होंने त्रिसूत्रीय रणनीति पर बल दिया– मतदान केन्द्रों पर सुविधाएं बढाना, लक्षित ढंग से मतदाताओं तक पहुंचना तथा लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण पक्षों को शामिल करना। दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, ठाणे, नागपुर, पटना साहिब, लखनऊ और कानपुर के निगम आयुक्त तथा बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ चयनित जिलों के चुनाव अधिकारी विचार-विमर्श में शामिल हुए। कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारियों ने बैठक में वर्चुअली भाग लिया।