निर्वाचन आयोग आज 11 राज्यों के उन जिलों के चुनाव अधिकारियों और निगम आयुक्तों के साथ बैठक करेगा, जहां पिछले चुनाव में मतदान प्रतिशत सबसे कम रहा था। नई दिल्ली में होने वाली इस बैठक में मतदान प्रतिशत बढाने के उपायों पर विचार-विमर्श होगा। देश के कुछ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कम मतदान के समाधान के लिए लक्षित और विशिष्ट कार्य योजनाएं तैयार की जाएंगी। निर्वाचन आयोग के अनुसार इस बैठक में राज्यों के कुछ चयनित जिलों के चुनाव अधिकारी भाग लेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार तथा निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
बैठक में कुछ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अपेक्षाकृत कम मतदान जैसे विषयों के समाधान के लिए लक्ष्य और विशिष्ट कार्य योजना पर विचार विमर्श किया जाएगा। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना, गुजरात, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर और झारखंड शामिल है उनमें राष्ट्रीय औसत 67.40 प्रतिशत से कम मतदान हुआ शहरी क्षेत्रों में सबसे कम मतदान वाले 50 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में 17 महानगरी क्षेत्र या प्रमुख शहरों में पाए गए। इसके अलावा विशिष्ट मुद्दों पर विचार विमर्श करने और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रति रणनीति विकसित करने के लिए नौ राज्यों में सबसे कम मतदान वाले 50 से अधिक ग्रामीण संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों की भी पहचान की गई है।