रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में थोक दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना-पीएलआई के तहत ग्रीनफील्ड परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डॉ मांडविया ने कहा कि थोक दवा और चिकित्सा उपकरण महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं जिनका निर्माण देश में ही किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को प्रतिस्पर्धी होना होगा और विश्व बाजार की मांग को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में उत्पादन करना होगा। उन्होंने कहा कि पीएलआई योजना के तहत 51 संयंत्र बनाए गए हैं, जिनमें से 22 थोक दवाओं के लिए और 39 चिकित्सा उपकरणों के लिए हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई PLI योजना के अंतर्गत आज विभिन्न ग्रीनफील्ड प्रोजैक्ट्स का लोकार्पण किया। इस योजना के अंतर्गत 22 ऐसे बल्क ड्रग जो विदेश से इंपोर्ट करने पड़ते थे उनको अब भारत में बनाया जा रहा है। साथ ही 39 ऐसी मेडिकल डिवाइस मैन्यूफ़ैक्चरिंग का भी आज लोकार्पण किया गया है जिसके लिये हम दूसरे देशों पर निर्भर थे। यह योजना मेक इन इंडिया का एक उत्तम उदाहरण है। आत्मनिर्भर भारत से हम विकसित भारत का निर्माण करेंगे।