जी-7 के नेताओं ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव-बीआरआई के मुकाबले वैश्विक स्तर पर बुनियादी सुविधाओं के विकास की बिल्ड बैक बैटर बी3डब्ल्यू की पहल की है जिसका उद्देश्य विकासशील देशों की सहायता करना है। ब्रिटेन में कॉर्नवॉल में हो रहे जी-7 के शिखर सम्मेलन में जारी वक्तव्य में इन नेताओं ने कहा है कि वे मूल्य प्रेरित उच्च स्तरीय और पारदर्शी साझेदारी की पेशकश करेंगे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन तीन दिन की शिखर बैठक की मेजबानी कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वे बी3डब्ल्यू योजना को चीन के कार्यक्रम की तरह उच्चस्तरीय विकल्प बनाना चाहते हैं। व्हाइट हाउस से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि राष्ट्रपति बाइडेन और जी-7 के देश वैश्विक अवसंरचना की साहसिक पहल बी3डब्ल्यू के प्रस्ताव से सहमत हैं। वक्तव्य में कहा गया है कि बी3डब्ल्यू की पहल मूल्यों से प्रेरित, उच्चस्तरीय और पारदर्शी साझेदारी होगी, जिसकी अगुवाई बड़े लोकतांत्रिक देश करेंगे। इस पहल से कोविड-19 महामारी से त्रस्त विकासशील देशों में मूल सुविधाओं के विकास के लिए 400 खरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। बी3डब्ल्यू पहल के अंतर्गत आने वाले वर्षों में निम्न और मध्य आय वाले देशों में मूल सुविधाओं के विकास पर अरबों डॉलर का सामूहिक निवेश किया जाएगा।
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जी-7 संगठन चीन के बढते प्रभाव पर सामूहिक और समन्वित रूप से अंकुश लगाना चाहता है। जी-7 के नेता इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से दुनिया को बताना चाहते हैं कि सर्वाधिक धनी लोकतांत्रिक देश चीन के बढ़ते वर्चस्व का विकल्प दे सकते हैं। अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिका जी-7 के नेताओं को चीन में जबरन मजदूरी करवाने की नीति के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने के लिए कहेगा और सम्मेलन के अंतिम वक्तव्य में चीन की आलोचना शामिल की जाएगी।