केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम के गोलाघाट जिले के डेरगांव में आज अत्याधुनिक लचित बरफुकन पुलिस अकादमी का उद्घाटन किया और पुलिस अकादमी की आवासीय परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि असम तेजी से विकसित हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में शांति लौटी है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों के कारण राज्य के लगभग सभी उग्रवादी गुटों ने शांति वार्ता में भाग लिया और अनेक गुटों ने समर्पण कर दिया है। राज्य में अब हिंसा नहीं होती, जिसके परिणामस्वरूप व्यापार फल-फूल रहा है। इससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलते हैं।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार राज्य की परियोजनाओं के लिए तीन लाख करोड़ रूपये उपलब्ध कराएगी, जिससे बुनियादी ढांचा क्षेत्र मजबूत होगा।
इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिस्व सरमा ने कहा कि आज राज्य पुलिस के लिए महत्वपूर्ण दिन है और जनरल लचित बरफुकन को यह सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसी परिसर में एक पुलिस मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना बना रही है।
हिमन्त बिस्व सरमा ने कहा कि पिछले दशकों की तुलना में राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति सबसे बेहतर है और अपराध दर में पचास प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि इस अत्याधुनिक पुलिस अकादमी के माध्यम से देश को सर्वश्रेष्ठ पुलिस कर्मी तैयार होंगे, जो आज के दौर के अपराधों से निपटने में सक्षम होंगे।
विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और कई अन्य गण्यमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे। डेरगांव में कार्यक्रम के बाद अमित शाह आइज़ोल में असम राइफल्स के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मिजोरम जाएंगे। उसके बाद वे शाम को गुवाहाटी लौटेंगे।
कल गृहमंत्री कोकराझाड़ जिले के दोतमा में ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन के 57वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे और पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ गुवाहाटी में पूर्वोत्तर में नये आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन की समीक्षा करेंगे। शाम को अमित शाह नई दिल्ली लौट आएंगे।