कोविन प्लेटफॉर्म के हैक होने संबंधी कुछ निराधार मीडिया खबरें आई हैं। प्रथम दृष्टया ये खबरें फर्जी लग रही हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और टीका प्रशासन पर अधिकार प्राप्त समूह (ईजीवीएसी) इस मामले की जांच इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमआईईटीवाई) की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम से करवा रहे हैं।
टीका प्रशासन पर अधिकार प्राप्त समूह (कोविन) के चेयरमैन डॉ. आरएस शर्मा ने स्पष्ट किया है कि ‘कोविन सिस्टम की कथित हैकिंग के बारे में सोशल मीडिया पर चल रही खबरों की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया गया है। इस संबंध में हम यह बताना चाहते हैं कि कोविन टीकाकरण के सभी डेटा को एक सुरक्षित एवं संरक्षित डिजिटल परिवेश में संग्रहीत करता है। कोविन परिवेश के बाहर किसी से भी कोई कोविन डेटा साझा नहीं किया जाता है। लाभार्थियों के भू-स्थिति जैसे डेटा के लीक होने का दावा किया जा रहा है लेकिन कोविन पर इस प्रकार के डेटा संग्रहीत नहीं किए जाते हैं।’