पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पानी के समुचित उपयोग और संरक्षण पर बल दिया है। इसके लिए उन्होंने जल संरक्षण प्रौद्योगिकी अपनाने और इसके उपयोग की आदतों में बदलाव का आह्वान किया है।
विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर आज ऊर्जा और संसाधन संस्थान – टेरी के वैश्विक सतत विकास सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रकाश जावडेकर ने कहा कि देश में विभिन्न कारणों से पानी की उपलब्धता लगातार कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि उपलब्ध जल का लगभग 85 प्रतिशत कृषि क्षेत्र में उपयोग होता है।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि उपलब्ध जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन के लिए कृषि क्षेत्र में जल संरक्षण विधियों का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि घरों में पानी का विवेकसम्मत इस्तेमाल होना चाहिए और हाउसिंग सोसाटियों को जल संरक्षण का समुचित प्रबंध करना चाहिए।