कर्नाटक में कोविड महामारी के दौरान विदयार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने कहा कि 11वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को प्रोन्नति दी जायेगी। बोर्ड द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि जो लोग प्राप्त अंकों से खुश नहीं हैं वे कोविड महामारी के बाद आयोजित की जाने वाली परीक्षा में भाग ले सकते हैं। अनुतीर्ण छात्र जो परीक्षा में बैठना चाहते हैं वे प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
राज्य शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि 10वीं कक्षा की परीक्षा की जाएगी। इन विद्यार्थियों को पिछले साल के अंक के आधार पर परखा नहीं जा सकता। इसी कारण कोविड प्रोटोकॉल के साथ परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया है। साइंस, मैथ और सोशल स्टेडिज को मिलाकर एक ही दिन परीक्षा होगी। ये तीन घंटे की होगी। इसमें तीनों विषय मिलाकर 120 अंक होंगे। इसी तरह प्रथम, द्वितीय और तीसरे भाषाओं को मिलाकर एक प्रश्न पत्रिका होगी। अर्जित अंकों के आधार पर ए, बी और सी ग्रेड दिया जाएगा। कोविड संक्रमण की वजह से सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए छह हजार एक्जाम सेन्टर बनाए जाएंगे। हरेक केन्द्र में 100 विद्यार्थी परीक्षा देंगे, उनको 12 को एक कक्षा में एक को एक बेंच पर बैठाया जाएगा। परीक्षा का निर्वहन करने वाले शिक्षकों को वैक्सीन दिया जाएगा और साथ में एन 95 मास्क और सैनिटाइजर भी दिया जाएगा। मंत्री जी ने बताया है कि प्रश्न पत्रिका का एक नमूना वेबसाइट पर डाला जाएगा।