उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज नई दिल्ली में 84 कलाकारों को संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार प्रदान किए। विशेष उपलब्धि पुरस्कार समूचे भारत के 75 वर्ष से अधिक आयु के उन कलाकारों को दिया गया, जिन्हें अभी तक कोई राष्ट्रीय सम्मान नहीं मिला है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ताम्रपत्र और अंगवस्त्र के साथ एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है।
अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड ने इस देश के लिए बडी उपलब्धि बताया- आज का दिन एक मील का पत्थर है, जिन्होंने हमको तराशा, हमारी संस्कृति को तराशा, हमारी संस्कृति को सींचा और कभी किसी ने उनका सुध नहीं ली। वो गुदडी के लाल हैं, बरसों पहले पहचाने जाने चाहिए थे। अपना विचित्र देश है, अपने अलंकृत कर देते हैं कुछ लोगों को और जिन्दगी भर समझ भी नहीं आता ऐसा क्यों किया? आज क्योंकि मुझे समझ में नहीं आता, पहले क्यों नहीं हुआ, ये बहुत बडी उपलब्धि है।
संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार एक राष्ट्रीय सम्मान है जो संगीत नाटक प्रदर्शन कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कलाकारों के साथ-साथ शिक्षकों और विद्वानों को दिया जाता है।