ईरान में नई संसद के चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इसके साथ ही विशेषज्ञ सभा नाम से सशक्त धार्मिक निकाय के 88 सदस्यों के चुनाव के लिए भी मतदान हो रहा है। विशेषज्ञ सभा को सर्वोच्च नेता को नियुक्त करने या हटाए जाने का अधिकार है। दो सौ 90 सांसदों का चुनाव चार वर्ष के कार्यकाल के लिए होगा, जबकि 88 धर्मगुरुओं को आठ वर्ष के लिए चुना जाएगा।
लगभग साढ़े आठ करोड़ की जनसंख्या वाले ईरान में 6 करोड़ 12 लाख लोग वोट देने के लिए पात्र हैं। इस चुनाव को आर्थिक-राजनीतिक और सामाजिक दबाव को लेकर बढ़ते असंतोष के बीच ईरान के धार्मिक प्रतिष्ठानों की लोकप्रियता के लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा है। ईरान के शासक अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में वोट डाले जाने का प्रयास कर रहे हैं। वर्ष 2022 में पुलिस हिरासत में 22 वर्षीया महासा अमिनी की मौत के बाद ईरान में शासकों के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ था।