आज बुद्ध पूर्णिमा है। यह पावन दिवस भगवान बुद्ध के जन्म लुम्बिनी में, बोधगया में महाबोधि वृक्ष के नीचे बोधि प्राप्ति और कुशीनगर में महापरिनिर्वाण से जुडा है। भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसापूर्व में नेपाल के लुम्बिनी में वैशाख पूर्णिमा को हुआ था। वैशाख पूर्णिमा का दिन पूरे विश्व के बौद्ध धर्मावलम्बियों के लिए विशेष महत्व का दिन है।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि भगवान बुद्ध ने गहन सत्य का प्रचार किया। उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि हमें भगवान बुद्ध के सार्वभौमिक प्रेम, करुणा और समानता के सिद्धांतों का पालन करने के लिए स्वयं को समर्पित करना चाहिए।
बिहार में बुद्ध पूर्णिमा धार्मिक आस्था और श्रद्धा के साथ मनाई जा रही है। मुख्य समारोह बोधगया में महाबोधि मंदिर में आयोजित किया जा रहा है जहां भगवान बुद्ध ने पवित्र बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त किया था।
जापान, श्रीलंका, इंडोनेशिया समेत विभिन्न देशों से लगभग सात हजार बौद्ध भिक्षु बुद्ध जयंती समारोह में भाग लेने के लिए बोधगया आये हुए हैं। महाबौद्धि मंदिर परिसर में पवित्र बौद्धि वृक्ष के नीचे भिक्षुओं ने विश्व शांति के लिए विशेष पूजा-अर्चना की। आज सुबह शोभा यात्रा भी निकाली गयी जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। महाबोधि मंदिर को आकर्षक और मनमोहक ढंग से सजाया गया है। विभिन्न देशों के मोनेस्ट्रीज को रंग-बिरंगे झंडे और फूलों से सजाया गया है। बुद्ध जयंती समारोह को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं और आने-जाने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है।