सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 के दौरान धान सहित कई खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने की खबर को आज के सभी समाचार पत्रों ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित किया है। दैनिक ट्रिब्यून ने लिखा है – धान का एम.एस.पी. 72 और बाजरे का सौ रुपये बढ़ा। वीर अर्जुन की सुर्खी है – केन्द्र सरकार का किसानों को तोहफा, धान समेत कई खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ा। जनसत्ता ने लिखा है – केन्द्र सरकार का फैसला खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी। अमर उजाला की सुर्खी है – दूसरे साल बढ़ीं दरें, सरकार का फसल की लागत पर 85 फीसदी तक लाभ का दावा।
कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने को भी अख़बारों ने अपने पहले पन्ने पर दिया है। हिन्दुस्तान ने लिखा है – कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने भाजपा का दामन थामा। लोकसत्य की खबर है – कांग्रेसी जितिन प्रसाद बने भाजपाई। वहीं नवभारत टाइम्स ने दिया है – जितिन भी बी.जे.पी. में, ‘हाथ’ छोड़ने के कुछ और संकेत।
देश में कोविड के एक दिन में एक लाख से कम मामले आने को भी समाचार पत्रों ने सुर्खी बनाया है। राष्ट्रीय सहारा ने लिखा है – एक्टिव केस बारह लाख से नीचे। जनसत्ता लिखता है – लगातार तीसरे दिन कोविड के एक लाख से कम मामले। पंजाब केसरी की सुर्खी है – दिल्ली में कोरोना से ठीक होने की दर 98 प्रतिशत।
केन्द्रीय कर्मचारी के घर में कोरोना पॉज़िटिव तो पंद्रह दिन छुट्टी। नवभारत टाइम्स सहित सभी अख़बारों में है। पत्र लिखता है – केन्द्रीय कर्मचारी के माता-पिता या परिवार का कोई सदस्य कोविड पॉज़िटिव होता है तो वे पंद्रह दिन की विशेष छुट्टी-स्पेशल कैजुअल लीव ले सकता है।
हादसे रुकेंगे, ट्रेन में वीडियो सुविधा भी – नवभारत टाइम्स में है। पत्र ने लिखा है – ट्रेन दुर्घटना रोकने के लिए सरकार ने कदम उठाए।
देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई में मॉनसून की दस्तक को भी कई अख़बारों ने सचित्र प्रकाशित किया है। अमर उजाला लिखता है – मुम्बई में मॉनसून पहुंचा, थमी जिंदगी, लोकल ट्रेन बंद। हिन्दुस्तान ने लिखा है – मुम्बई में जमकर बरसे बदरा, तपती दिल्ली को इंतजार। वहीं हरिभूमि ने अपने पहले पन्ने पर दिया है – राजधानी में पारा 42 डिग्री के पार, 11 जून से बारिश का आगमन देगा लोगों को भीषण गर्मी से राहत।
दैनिक भास्कर ने खास शीर्षक से लिखा है – अमरीकी टैक्स एजेंसी के आकड़ों के विशलेषण से हुआ खुलासा, अरबों रुपये कमाने वाले बेजोस, मस्क, बफेट सबसे कम इनकम टैक्स भरते हैं।