अखबारों ने देश के नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों को न मानने पर ट्विटर को शनिवार को आखिरी चेतावनी दिए जाने की ख़बर सुर्खियों में दी है। अमर उजाला लिखता है – आई.टी. एक्ट और अन्य कानूनों के तहत कसेगा शिकंजा, बड़ी कार्रवाई संभव। जनसत्ता का शीर्षक है – नए नियमों पर अमल के लिए ट्विटर को अंतिम चेतावनी। हरि भूमि ने ख़बर को बॉक्स में देते हुए लिखा है – भारत ने स्क्रू कसा, तो ढीला पड़ा ट्विटर। राष्ट्रीय सहारा के अनुसार – विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र से सीधा टकराव टि्वटर के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है।
विश्व पर्यावरण दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं पर भी अखबारों की नज़र है। लोकसत्य ने ऑनलाइन समारोह में इथेनॉल क्षेत्र के विकास की प्राथमिकता के प्रधानमंत्री के संकल्प को बड़े अक्षरों में दिया है। राष्ट्रीय सहारा के शब्द हैं – प्रदूषण कम करने और आयात पर निर्भरता घटाने के लिए सरकार का संकल्प, 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य।
कोरोना की दूसरी लहर के कारण राज्यों के कड़े लॉकडाउन के बावजूद जी.एस.टी. राजस्व संग्रह में तेजी का रुख भी अखबारों के पहले पन्ने पर है।
मॉनसून के तटीय कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र पहुंचने और तय गति से आगे बढ़ने की ख़बर लोकसत्य में है। दैनिक ट्रिब्यून लिखता है – अगले पांच दिन तक देश में लू की स्थिति बनने की संभावना।
लोकसत्य की ख़बर है – कोरोना के लिए चीन को दोषी बता रहा है अमरीका।
दिल्ली में लॉकडाउन में कल से शर्तों के साथ नियमों में ढ़ील देने की ख़बर लगभग सभी अखबारों ने विस्तार से दी है। सीमित रियायतों के साथ लॉकडाउन 14 जून तक बढ़ाया गया। नवभारत टाइम्स लिखता है – सोमवार से क्या खुलेगा और क्या नहीं। आवश्यक सेवाएं उपलब्ध रहेंगी, लेकिन तीसरी लहर से निपटने की तैयारी भी तेज़ कर दी गई है।
दैनिक भास्कर ने लिखा है – जम्मू-कश्मीर में खेतों तक पहुंचा टीका, स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए खेतों में काम कर रहे लोगों तक खुद ही पहुंच रहे हैं।
अमर उजाला ने लिखा है – अमरनाथ यात्रा इस बार भी नहीं होगी, केवल पारंपरिक पूजन किया जाएगा और आरती का पवित्र गुफा से प्रसारण होगा।