जी20 शिखर सम्मेलन आज के सभी अखबारों की पहली बडी खबर बना है। दैनिक जागरण की सुर्खी है – वैश्विक नेताओं के स्वागत के लिए भारत तैयार। दिल्ली पहुंचने लगे राष्ट्राध्यक्ष। दैनिक जागरण के अनुसार जल, थल, नभ हर तरफ शिखर सम्मेलन के मेहमानों के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा प्रबंध। नवभारत टाइम्स के शब्द हैं – देश में ग्लोबल कूटनीति का आगाज आज से। मुख्य सम्मेलन 9 और 10 सितम्बर को। दैनिक भास्कर का कहना है – 21 राष्ट्रध्यक्ष आज पहुंचेंगे दिल्ली। हर मेहमान के डिजिटल वॉलेट में डाले जाएंगे एक हजार रूपए ताकि भारत, दुनिया को अपनी डिजिटल ताकत दिखा सके। राजस्थान पत्रिका लिखता है – जी-20 बनेगा जी-21। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर जी-20 देशों ने अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल करने पर जताई सहमति।
इंडोनेशिया के जकार्ता में संपन्न आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को भी अखबारों ने प्रमुखता दी है। हिन्दुस्तान की सुर्खी है- भारत ने आसियान में चीन को घेरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जकार्ता में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और पूर्वी-एशिया शिखर सम्मेलन में कहा- पूरी दुनिया के लिए एक नियम आधारित व्यवस्था जरूरी। दैनिक ट्रिब्यून ने लिखा है- पीएम मोदी ने की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता मजबूत करने की वकालत। कहा दक्षिण चीन सागर के लिए आचार संहिता प्रभावी होनी चाहिए। हरिभूमि ने प्रधानमंत्री के शब्दों को दिया है- 21वीं सदी एशिया और हम सबकी सदी। आसियान, भारत की एक्ट-ईस्ट पॉलिसी का केंद्रीय स्तंभ।
सनातन धर्म पर द्रुमुक नेताओं के विवादित बयानों पर भी अखबारों की नजर है। राष्ट्रीय सहारा ने इसे बॉक्स में देते हुए लिखा है- बैकफुट पर गए उदयनिधि, कहा- मेरे बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। पत्र ने केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के हवाले से लिखा है- ये मानसिक दिवालियापन। सामाजिक व्यवस्था में अपने बंधुओं को हमने दो हजार साल तक पीछे रखा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत का यह बयान जनसत्ता ने पहले पन्ने पर दिया है। अब दस साल में कबाड़ हो जाएगा आपका फ्रिज और वाशिंग मशीन।
ई-वेस्ट शीर्षक से इसे देते हुए राजस्थान पत्रिका लिखता है – पर्यावरण मंत्रालय ने 134 उपकरणों की समय सीमा तय की।