भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ विधानसभा चुनाव की तैयारी को अखबारों ने महत्व दिया है। जनसत्ता की सुर्खी है- भाजपा के साठ उम्मीदवार तय। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए दो महत्वूपर्ण समितियों की पार्टी ने घोषणा की, इनमें वसुंधरा राजे का नाम नहीं। हिन्दुस्तान की टिप्पणी है- छत्तीसगढ में चाचा भूपेश बघेल के सामने सांसद भतीजे विजय बघेल को भाजपा का टिकट, मध्यप्रदेश में 39 सीटों पर होगी मशक्कत। उधर, राष्ट्रीय सहारा लिखता है- उत्तर प्रदेश कांग्रेस की कमान अजय राय को, सुरजेवाला को मध्यप्रदेश और मुकुल वासनिक को गुजरात का प्रभार।
हिन्दुस्तान की सुर्खी है-थोक में मोबाइल सिम कार्ड बेचने पर केन्द्र ने लगाई रोक, मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- 52 लाख कनेक्शन बंद किये गए। नवभारत टाइम्स कहता है- साइबर धोखाधडी रोकने और उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए बडे फैसले किये। सिम कार्ड डीलरों ने नियम तोडे तो लगेगा दस लाख रूपये का जुर्माना। गलत दस्तावेज से सिमकार्ड बेचने वालों की जवाबदेही तय करने के लिए नये दिशा-निर्देश जल्द।
दैनिक जागरण ने भारतीय रिजर्व बैंक के बुलेटिन के हवाले से लिखा है- अर्थव्यवस्था में आ रही तेजी लेकिन मुद्रास्फीति चिंता का कारण। निर्यात में गिरावट की भरपाई कर रहे स्थिर निवेश जैसे घरेलू कारक। पत्र लिखता है- कच्चे तेल का भुगतान रूपये में करने का रास्ता खुला। संयुक्त अरब अमीरात के बाद अंगोला और अल्जीरिया से भी स्थानीय मुद्रा में भुगतान करने को लेकर आगे बढी बात।
हिन्दुस्तान की सुर्खी है- त्योहारों के मौसम में आ रही बम्पर नौकरियां, बैंकिंग वित्तीय सेवा और बीमा क्षेत्र में युवाओं की बढेगी मांग। स्मार्ट फोन बनाने वाली कंपनियों में साठ हजार रोजगार।